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भारत में जातिवाद एक गंभीर सामाजिक समस्या रही है, जो सदियों से समाज के विभिन्न वर्गों को प्रभावित करती रही है। अनुसूचित जाति लिस्ट का उद्देश्य इन जातियों के अधिकारों की रक्षा करना और उनके विकास के लिए विभिन्न योजनाओं को लागू करना है। भारतीय संविधान ने इस असमानता को समाप्त करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसका सबसे महत्वपूर्ण पहलू है अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) की अवधारणाएँ। इन दोनों श्रेणियों में उन जातियों और समुदायों को शामिल किया गया है जिन्हें समाज में भेदभाव और शोषण का सामना करना पड़ा है। संविधान ने इन जातियों को विशेष अधिकार और संरक्षण प्रदान किया है, ताकि उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल किया जा सके। साथ ही, इन जातियों के लिए आरक्षण (reservation) का प्रावधान किया गया है, ताकि वे शिक्षा, सरकारी नौकरियों और राजनीतिक क्षेत्र में समान अवसर प्राप्त कर सकें।
इस लेख में हम जानेंगे कि SC ST में कौन-कौन सी जाति आती है, एससी और एसटी का महत्व क्या है, और इन समुदायों के लिए सरकार द्वारा कौन-कौन सी योजनाएँ चलायी जाती हैं।
SC (Scheduled Caste) और ST (Scheduled Tribe) की परिभाषा
SC (Scheduled Caste):
अनुसूचित जाति या एससी वह जातियाँ हैं जिन्हें समाज में सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ माना जाता है। इन जातियों को ऐतिहासिक रूप से अपमान, भेदभाव और शोषण का सामना पड़ा है। संविधान ने इन जातियों को विशेष अधिकार दिए हैं और इनके लिए आरक्षण का प्रावधान किया है। साथ ही, इन्हें "हरिजन" के नाम से भी जाना जाता है।
ST (Scheduled Tribe):
अनुसूचित जनजाति या एसटी वे समुदाय हैं जो आदिवासी क्षेत्रों में निवास करते हैं और जिनकी संस्कृति और सामाजिक संरचना अन्य समुदायों से अलग होती है। ये समुदाय अक्सर जंगलों और पहाड़ी क्षेत्रों में रहते हैं और ऐतिहासिक रूप से भौगोलिक रूप से अलग-थलग थे। एसटी समुदायों को भी शोषण से बचाने के लिए संविधान द्वारा संरक्षण और आरक्षण दिया गया है।
SC-ST की जातियों की सूची
भारत में एससी और एसटी समुदायों की जातियाँ विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में बसी हुई हैं। इन जातियों की सूची राज्यवार विभिन्न होती है, और प्रत्येक राज्य की अपनी विशेष अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की पहचान है।
1. मध्य प्रदेश एससी जाति सूची
मध्य प्रदेश में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं, खासकर झाबुआ, धार, राजगढ़, विदिशा और नीमच जैसे जिले आदिवासी जनसंख्या के लिए प्रसिद्ध हैं।
मध्य प्रदेश एससी जाति सूची: औधेलिया, बगली, बगदी, बल्हल, बलाई, बंछड़ा, बरहर, बसोड़, बरगुंडा, बसोल, बेदिया, बीदर, सुनकारी, भंगी, मेहतर, वाल्मीकी, लालबेगी, धारकर, चादरी, चमार, बैरवा, सूर्यवंशी, अहिरवार, चिकवा, चिकवि, दहैत, दहयात, देवाड़ी, धानुकी, ढेड, ढेरो, धाबी, दोहोर, डोम, गंडा, गंदी, घास, घसिया, कंजरो कटिड, पथरिया, खटीकी, कोतवल, खंगार, कनेरा, ओघिया, नट, पारधी आदि।
2. दिल्ली एससी जाति सूची
दिल्ली में भी अनुसूचित जाति के लोग विभिन्न जातियों से आते हैं और बड़ी संख्या में वहां निवास करते हैं।
दिल्ली एससी जाति सूची: अदि धर्म, अहेरिया, अग्रिआ, बलाई, बंजारा, बावरिया, बाजीगरी, भंगी, मोची, चमार, जाट्या, जाटव चमार, छोबरा, चुबरा (वाल्मीकी), धनक, धनुकी, धोबी, डोम, घर्रामी, इलाबा, काहिरपंथी, कनियार, खटीकी, कोलिक, लालबेगी, मदारिक, मल्लाह, मजहबी मक्घवाल, नरीबुत नट, पासी, पर्ना, सामी या भचड़कुटो, सपेरा, सिकलीगड़ी, सिरकीबंद आदि।
3. महाराष्ट्र एससी जाति सूची
महाराष्ट्र में एससी और एसटी जातियां बड़ी संख्या में पाई जाती हैं, जिनमें से कुछ जातियां विशेष रूप से पहचानी जाती हैं।
महाराष्ट्र एससी जाति सूची: अगेर, अनामुकी, अराय माला, बक्कड़, बंटो, बलही, बलाइक, बसोर, बुरुद, बेदारी, भांबी, असदरु, चमड़िया, चमार, हरलय्या, हराली, खाल्पा, माचिगर, मोची, मदार, मदिग, भंगी, मेहतर, ओल्गाना, रुखी, मलकाना, हलालखोर, बिंदला, चहदी चन्नाय्या, डोक्कलवार, डोम, डुमरी, गंडा, गंदी गरोड़ा, गारो, घासी, घासिया, होलर, वल्हार, कटिया, पथरिया, खंगार, कनेरा, मदगी, मदीगा, महार, मेहरा, महावंशी, ढेड, माला दसारी, माला हन्नाई, माला जंगम, माला मस्ती, कमरी, कठोरी, कातकरी, कावर, कंवर, खैलवारी, खरिया, कोकना, कोकनी, कोलम, मनक्रवरलु, कोली धोर, टोकरक कोली, कोली मल्हारी, कोंध, खोंड, कोरकू, बोपची, मौसी, निहाल, कोया, भीन कोया, नगेसिया, नागासिया, नायकदा, नायक, उरांव, धंगडी, परधान, पथरी आदि।
महाराष्ट्र एसटी जाति सूची: परजा, पटेल, पोमला, राठवा, सांवर, तबाकुर, ठाकर, थोटी, वर्लि, विटोलिया, कोतवालिया, बरोदिया आदि।
4. उत्तर प्रदेश एससी जाति सूची
उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं और कई जातियां एससी श्रेणी में आती हैं।
उत्तर प्रदेश एससी जाति सूची: कंजड़, अगरिया, कपाड़िया, कोरी, करवल, कलाबाज, कोरवा, कबड़िया कोल, खटीक, खैरता, खरवार, खरोट, ग्वाल, गोंड, घसिया, चमार, चेरो, जाटव, झुसिया, डोमार, डोम, तरमाली, तुरैहा, दबगर, दुसाध, धनगर, धरकार, धरमी, धुसिया, धानुक, धोबी, नट, पटरी, पंखा, पहरिया, पासी, बैगा, बधिक, बजनिया, बेड़िया, बंगाली, बनमानुस बलवार, भलाई, बेलदार, बलहर, बादी, बसोड़, बाल्मिकी, बागजी, बैसवार, बहेलिया, बावरिया, बांसफोर बोरियां भैइया, भुइयार, भन्तू, मज़हबी, मुसहर, मझवार, रावत, लाल बेगी, शिल्पकार, सनोरिया, सहरिया, सासियां, हेला, हरी, हबुडा, अहेरिया आदि।
उत्तर प्रदेश एसटी जाति सूची: भोटिया, जौनसारी, थारू, भंगी (मुस्लिम), राजी ,बोक्सा आदि।
5. उत्तराखंड एससी जाति सूची
उत्तराखंड राज्य में एससी और एसटी जातियां निम्नलिखित हैं।
उत्तराखंड एससी जाति सूची: अगरिया, बधिक, बादी, बहेलिया, बैगा, बैसवार, बजनिया, बाजगी, बलहर, बलाई, वाल्मिकी बंगाली बनमानुस बांसफोर बरवार बसोर, बावरिया, बेलदार, बेरिया, भान्तु, भूरिया, भुयार, बोरियां चमार, जाटवा, घुसाई, झुसाई, चेरो, धनकु, धनगर, दबगर, धनकर, धोबी, डूम, डोमर दुसाध, ग्वाल, गोंड, खैरहा, खरवार, खारोत, कोल, कोरी, कोरवा, लालबेगी, मझवार, मजहबी, मुंसहर, नट, पंखा, पहरिया, पासी, तरमिला, पठारी, सहरिया, सासियां, हेला, हरी, कलाबाज, कंजर, सनौरिया, शिल्पकार, तुरैया आदि।
उत्तराखंड एसटी जाति सूची: भोटिया, जौनसारी, राजी, थारू, भंगी (मुस्लिम), बुक्सा आदि।
6. बिहार एससी जाति सूची
बिहार में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोग कई प्रमुख जातियों के रूप में मौजूद हैं।
बिहार एससी जाति सूची: बंतार, बौरी, भोगता, भुइया, चमार, मोची, रोहिदास चर्मरकार, चौपाल, दबगर, धोबी, डोम, धनगर, दुसाध, धारी/धारही, धासी, हलालखोर, हरि, मेहतर, भंगी, कंजर, कुररियार, मुसहर, नट, पासी, रजवार, तुरी आदि।
बिहार एसटी जाति सूची: असुर, अगरिया, बेगा, बनजारा, बेदिया बिझिया, बिरहोर, विरजिया, चेरो, चिक बराइक, गोंड, गोराइत, करमाली, खरिया, खरवार, खोंड, किसान, नगेसिया, कोरा, कोरवा, लोहार, माहली, माल पहरिया, कुमारभाग पहरिया , मुंडा, पातार, उराव, धानगर परहैया संथाल, सोरिया पहाड़िया, सावर, कवार, कोल, थारू आदि।
7. हिमाचल प्रदेश एससी जाति सूची
हिमाचल प्रदेश में अनुसूचित जातियों के लोग बडी संख्या में निवास करते हैं, जो सामाजिक और आर्थिक रूप से विकास के अवसरों का लाभ उठा रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश एससी जाति सूची: वाल्मीकि, भंगी, बघी, बंसी, बेरवा, बावरिया, रामदासी, रविदासी, मौची, दाराइन, बदील, चौधरी, द्विवेदी आदि।
8. राजस्थान एससी जाति सूची
राजस्थान में अनुसूचित जातियों की एक बड़ी संख्या है, जो विभिन्न सामाजिक और आर्थिक समुदायों से संबंधित हैं। इन जातियों को आरक्षण और अन्य लाभ प्रदान किए जाते हैं।
राजस्थान एससी जाति सूची:
अहिरवार, बाल्मीकी, बंछरा, बंसी, बगरिया, बगड़ी, बठेरा, भंगी, बली, चमार, डोम, धोबी, धनगर, धांगड़, धुसिया, ढेड, खटीक, खारो, कंजर, कंवर, कोल, कोरी, माला, मोची, नट, पासी, रावत, वाल्मीकी, भंती, शिल्पकार, सासियां, सफाई कर्मी, मेहतर, मुसहर, पंथी, राय, राजभर, रामदासी, रामायण, रेहडि, सिआठ, सर्राफ, सुहाग, चेरो, बहेड, बंजरिया, थोरी, भरिया, सुखेला आदि।
राजस्थान एसटी जाति सूची:
गोंड, भील, मीणा, खाम्बा, गढ़वाली, मारवाड़ी, संथाल, बंजारा, गाड़रिया, कशमीर, कंवर, गारो, वाघेरा, धनक, खरवार, मुंडा, भील, रियासा आदि।
9. पंजाब एससी जाति सूची
पंजाब में अनुसूचित जातियों का एक प्रमुख हिस्सा है, जिनकी संख्या अधिकतर कृषि, कारीगरी और श्रमिक क्षेत्रों में कार्यरत है। ये जातियां समाज में समरसता लाने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाती हैं।
पंजाब एससी जाति सूची:
बाल्मीकी, बंछरा, बंसी, भंगी, चमार, मेहतर, चौधरी, मोची, बस्ती, धोबी, कंजर, कुम्हार, धानुक, दरजी, नट, पंजियार, पंथी, पतील, रामदासी, राजभर, शिल्पकार, रजवार, राही, सासियां, सफाई कर्मी, वगैरह।
पंजाब एसटी जाति सूची:
भील, गोंड, संथाल, बंजारा, कंवर, आदिवासी, केशरी, काशियाप, कुर्मी, राजी आदि।
अनुसूचित जाति लिस्ट में इन जातियों को समाज में समानता दिलाने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाएँ लागू की जाती हैं, जैसे कि शिक्षा में आरक्षण, सरकारी नौकरियों में विशेष कोटा, और अन्य सामाजिक अधिकारों में प्राथमिकता दी जाती है।
सामान्य प्रश्न (FAQs)
SC ST में कौन-कौन सी जाति आती है?
SC और ST में विभिन्न जातियाँ आती हैं, जिनकी सूची राज्यवार भिन्न होती है। उदाहरण स्वरूप, मध्य प्रदेश में औधेलिया, बगली, बगदी, आदि; दिल्ली में अदि धर्म, भंगी, चमार, आदि; और महाराष्ट्र में अगेर, अनामुकी, अराय माला, आदि प्रमुख हैं।
SC और ST का महत्व क्या है?
SC और ST वे जातियाँ हैं जिन्हें समाज में ऐतिहासिक रूप से भेदभाव और शोषण का सामना करना पड़ा है। इन जातियों को संविधान द्वारा विशेष अधिकार, संरक्षण और आरक्षण प्रदान किया गया है।
SC और ST के लिए कौन सी योजनाएँ हैं?
SC और ST समुदायों के लिए शिक्षा, सरकारी नौकरियों में आरक्षण, और सामाजिक विकास हेतु विभिन्न सरकारी योजनाएँ लागू की जाती हैं।
SC ST की जातियाँ राज्यवार कैसे भिन्न हैं?
SC और ST की जातियाँ राज्यवार भिन्न होती हैं। उदाहरण स्वरूप, उत्तर प्रदेश में कंजड़, अगरिया, चमार, आदि; बिहार में बंतार, बौरी, चमार, आदि; और राजस्थान में बाल्मीकी, बंछरा, चमार, आदि प्रमुख हैं।
SC और ST के लिए आरक्षण का क्या लाभ है?
SC और ST के लिए आरक्षण का उद्देश्य इन्हें शिक्षा, सरकारी नौकरियों, और राजनीतिक क्षेत्र में समान अवसर प्रदान करना है।
निष्कर्ष
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति भारतीय समाज के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। इन समुदायों के सदस्यों को समाज में समानता, सुरक्षा, और अवसर प्रदान करने के लिए संविधान ने कई महत्वपूर्ण प्रावधान किए हैं। SC और ST के लिए आरक्षण, शिक्षा, नौकरियों, और अन्य सरकारी योजनाओं के माध्यम से इन समुदायों के सशक्तिकरण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इन जातियों की सूची राज्यवार अलग-अलग है, और इनकी पहचान उनके सामाजिक और भौगोलिक संदर्भ के आधार पर होती है। सरकार की यह कोशिश है कि इन समुदायों को समाज की मुख्यधारा में शामिल किया जाए और उन्हें समान अवसर प्रदान किए जाएं।